स्नेह ही तर्पण जीवन भर संजोयी पूँजी बाल-बच्चे सब सुखी रहे खुद की इच्छा से आधी की सब…
बेटी@ जब काम से लौटा घर मैं आहत से पहचान जाती है पापा घर आ गए है नीचे सीढ़ी तक आती है…
तजुर्बा जिन्दगी का तजुर्बा कच्चा की रह गया। जब पक्की उम्र में अपनो को खो गया। सोचता, उ…
शादी के 3 साल हुए थे और 1 दिन सुधा के मन में ख्याल आया, क्या होगा अगर मैं अपने पति दिन…