प्यार भरी एक डोर

प्यार भरी एक डोर


प्यार भरी एक डोर खींचकर
वश में अपने कर लेना तुम
मेरी चाहत भी ऐसी कुछ
इस डोरी से बंध जाना तुम।

सूरज सी चमक भाल पर
चेहरा पर चंदा सी कांति तुम
नयन विशाल गहराई वाले
केश श्यामल लहराती तुम।

उतार जाना मन की गहराई
पढ़ लेना तुम जज़्बात मेरे
धड़कन मेरी जब तक चलती
साँस मेरी बन जाना तुम।

अपलक नयन निहारे 
तुम प्यार की मूरत हो
एक बात सच्ची मेरी
इस नाव की पतवार हो तुम।

श्याम कोलारे


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