पक्षियों की भूख-प्यास बुझाने स्कूली छात्रों ने पेड़ो पर बाँधा दाना एवं जल पात्र
छिंदवाड़ा- नवतपा की भीषण गर्मी में पशु-पक्षी तो क्या इंसान भी विचलित कर देती है। गर्मी में सबसे ज्यादा परेशानी पशुओं एवं पक्षियों को छेलनी पड़ती है। शासकीय हाई स्कूल चारगांव प्रहलाद में ग्रीष्म काल की भीषण गर्मी में बच्चो ने पक्षियों की भूख-प्यास मिटाने के लिए दाना, जल पात्र एवं घोंसला बनाकर स्कूल परिशर के वृक्षों में लगाया है। यह प्रेरणा एवं जीव सेवा का भाव बच्चों को समर कैंप के कार्यक्रम अंतर्गत शिक्षिका नमिता अहिरवार, सरिता परतेती, संगीता नागोत्रा एवं प्राचार्य आर. एस. बघेल के कुशल मार्गदर्शन में बनाना सीख कर किया जा रहा है। शाला परिसर के पेड़ों में लगाया गया जलपात्र से दोपहर में चुपके-चुपके देखा कि चिड़िया दाना खाने और पानी पीने आती है या नही। जब चिड़ियाँ आई एवं दाना चुगा और पानी पीकर उड़ गई सभी बच्चों को बहुत अच्छा लगा। बच्चो ने पानी पीते हुए चिड़िया का वीडियो भी बनाया और उसे अपने व्हाट्सएप ग्रुप में भी शेयर भी किया ।
पानी पीते हुए चिड़िया को देखकर बच्चे बहुत खुश हुए और उन्हें यह अनुभव हुआ कि पक्षियों को भी गर्मी में हमारे समान बार-बार प्यास लगती हैं और वे पानी के लिए भटकती है। प्राचार्य आर एस बघेल ने बताया कि सभी बच्चों ने संकल्प लिया कि हम अपने अपने घरों में भी पक्षियों के लिए जलपात्र,दाना पात्र की व्यवस्था करेंगे । चारगांव प्रहलाद के पूर्व छात्र से श्याम कोलारे एवं सुनील बंदेवार ने इस कार्य के लिए सराहना की और कहा कि स्कूल से नैतिक एवं व्यवहारिक शिक्षा का इस प्रकार से ज्ञान का संचार करना एक अच्छा उदाहरण है, इससे बच्चों का सर्वांगीण विकास में मदद मिलती है। स्कूल को इस प्रकार के पहल से बच्चों में व्यावहारिक कौशल लाने में पूर्ण भूमिका निभाना चाहिए।
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