ठण्ड से बचने के लिए जरूरतमंदों का मसीहा बना कपड़ा बैंक

ठण्ड से बचने के लिए जरूरतमंदों का मसीहा बना कपड़ा बैंक

"कपड़ा बैंक द्वारा निरंतर गर्म कपड़ों का वितरण से आई गरीबो और निराश्रितों के घर गर्मी"।

छिन्दवाड़ा- कपड़ा बैंक सेवा सहयोग संगठन जिला छिंदवाड़ा द्वारा ठंड से बचने के लिए जरुरतमंदो को पहुचाई जा रही मदद। जनवरी माह के आते-आते ठंड का प्रकोप अपने पूरे चरम पर होता है, पूस माह में तो कड़ाके की हाड़ कंपाने वाली ठंड का प्रकोप और तीव्र हो जाता है। डिंडोरी जे कुछ स्थानों में तो इस समय मे तापमान शून्य के नजदीक तक हो ताजा है। साधन संपन्न लोग तो इसके के लिये तैयारी कर लेतें हैं, परन्तु गरीब जरूरत मन्द परिवार को ठंड से बचना एक चुनौती बनी हुई हैं। हमारे बीच भी ऐसा तबका मिल जाएगा जो ठंड से बचने के लिए संघर्ष करते नजर आ जाएँगे। गरीबों और जरूरतमन्द परिवारों के लिये मददगार बनी संस्था कपड़ा बैंक सेवा सहयोग संगठन छिंदवाड़ा के "सेवा बने स्वभाव" के अंतर्गत गुरुवार को डिंडोरी जिले के जनजाति बाहुल्य क्षेत्र पिपरिया, सिन्दूरकर और शुक्रवार को बेगन टोला एवं खमरिया में बच्चों, महिलाओं को कपड़े साड़ी जर्सी ऊनि कपड़े वितरण किए गए। पुरुषों को गर्म कपड़े एवं ऊनि बनियान वितरण किए गए । 
मीडिया प्रभारी श्याम कोलारे ने बताया कि जमीनी स्तर पर कार्य करने एवं सेवा का कार्य करते हुए कपड़ा बैंक की टीम अपनी सेवा बने स्वभाव के अंतर्गत सतत सेवा कार्य में जुटी हुई है।
इस अभियान में बहुत से दानदाताओं का सहयोग एवं समर्थन मिल रहा है। संस्था संस्थापक हेमलता महेश भावरकर के मार्गदर्शन एवं कपड़ा कलेक्शन प्रभारी सोनू पाटिल के सहयोग द्वारा कपड़ा बैंक डिंडोरी समिति से डॉक्टर धर्मेंद्र टंडेकर एवं टीम द्वारा कपड़े वितरण किया जा रहा है।

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