दीपावली के प्रकाश पर्व की, ढ़ेरो-ढेर बधाई हो
दीपक ऐसा प्रकाश फैलाए,जीवन वैभवशाली हो
दुख-दीनता सबकी हरले, मन मे नई उमंग भरदे
तरक्की आवे घर मे, सबका जीवन सफल करदे।
आओ अज्ञान अंधेरा मिटाये, ज्ञान प्रकाश जलाए
बंधु-बाँधव संग मिलकर, आज दीपावली मनाएं
नमन करें माँ लक्ष्मी का हम,विनती करें कर जोरी
आशीर्वाद बरसाओ सब पर, अर्जी सुनियो मोरी।
माँ लक्ष्मी तुम बास करों,जो सच्चे मन से ध्याये
राजा-रंक सबकी जरूरत,बड़ी जुगत से तू आये
कुटिया हो या महल अटारी,सबकी मुस्कान लाओ
हर घर हो उल्लास-उमंग, आनंद-मस्ती छा जाओ।
फुलझड़ी सा दमके आँगन, ऐसी रंगोली सजाओ
रंग भरदो इन्द्रधनुषी, तुम जीवन पुष्प महकाओ
गाँव-गाँव शहर-शहर में, भाईचारा की लड़ी हो
सफलता भरा गगन ऊँचा, प्यार की फुलझड़ी हो।
हर कर को करदे धन्य, विशाल कर दे सबका मन
परहितकारी मददगारी ,खुशाल हो जाये ये वतन
स्वच्छ बने देश हमारा, स्वच्छता में है तेरा बासा
शुद्ध मन से ध्यान करें हम, पूर्ण करो अभिलाषा।
दीपावली की अनन्त शुभकामनाएं एवं बधाई
*श्याम कुमार कोलारे*
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